अध्यापक एक निर्माता हिंदी निबंध | Adhyapak ek nirmata essay in Hindi
नमस्कार दोस्तों आज हम अध्यापक एक निर्माता इस विषय पर हिंदी निबंध जानेंगे। भारतीय संस्कृति में गुरु की बड़ी महिमा है। संत कबीर ने गुरु को भगवान से भी अधिक महत्त्व दिया है। जिस तरह परमात्मा जगत का निर्माण करता है, उसी तरह अध्यापक या गुरु राष्ट्र का निर्माण करता है।
अध्यापक द्वारा पढ़ाए गए विद्यार्थी ही भविष्य में राष्ट्र की जिम्मेदारियाँ सँभालते हैं। वे ही देश का शासनतंत्र संभालते हैं या सैनिक बन कर देश की रक्षा करते हैं। वे ही भविष्य में न्यायाधीश बनते हैं या वैज्ञानिक बनते हैं और देश का नाम रोशन करते हैं।
अध्यापक विद्यार्थियों को केवल पढ़ाता ही नहीं है, वह उनमें छिपी हुई विभिन्न शक्तियों का विकास करता है। वह विद्यार्थियों की प्रतिमा को निखारता है। वह उनमें लगन से काम करने की रुचि पैदा करता है। विद्यार्थियों को अनुशासन, एकता, सहयोग और संगठन की शिक्षा अध्यापक से ही मिलती है।
अध्यापक ही विद्यार्थियों में देशभक्ति के बीज बोता है। वही उनमें सूझ-बूझ और आत्मविश्वास पैदा करता है। इन्हीं गुणों के बल पर विद्यार्थी बाद में राष्ट्र के कर्णधार बनते हैं। कौन नहीं जानता कि चंद्रगुप्त मौर्य को महान शासक बनाने वाला उसका गुरु चाणक्य ही था।
कुंतीपुत्र अर्जुन को महान धनुर्धर बनाने वाले उनके गुरु द्रोणाचार्य ही थे। छत्रपति शिवाजी को महान योद्धा बनाने का काम उनके प्रशिक्षक दादोजी कोंडदेव ने ही किया था। सचमुच, अध्यापक विद्यार्थियों के रूप में देश के कर्णधारों का निर्माण करता है। इस तरह वह राष्ट्र का निर्माता है। दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।