बेरोजगारी पर निबंध | berojgari par nibandh
नमस्कार दोस्तों आज हम बेरोजगारी इस विषय पर निबंध जानेंगे। बेरोजगारी प्रस्तावना-बेरोजगारी आज भारतीय युवा वर्ग की सबसे बड़ी समस्या है। भारत देश में प्रथम पंचवर्षीय योजना के अन्त तक बेरोजगारों की संख्या मात्र 10 लाख थी, जो कि अब बढ़कर 4 करोड़ 51 लाख 75 हजार तक पहुंच गई है। इस प्रकार पिछले समय अन्तराल से यह संख्या निरन्तर वृद्धि की ओर अग्रसर है। इस समय सबसे अधिक बेरोजगारी पश्चिम बंगाल में है। उसके बाद क्रमशः तमिलनाडु, बिहार, महाराष्ट्र, केरल, उत्तर प्रदेश और चेन्नई है। सबसे अधिक बेरोजगार महिलाएं केरल में हैं एवं इसके बाद पश्चिम बंगाल में हैं। सरकारी आँकडों के अनुसार सन 2000 के आगे आने वाले समय में देश में बेरोजगारों की संख्या लगभग करोड़ तक पहुँच जायेगी।
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बेरोजगारी का अर्थ-जो व्यक्ति किसी प्रकार के उत्पाद कार्य में लगे हए नहीं होते, बेरोजगार कहलाते हैं-इसी प्रकार उन सभी व्यक्तियों के साथ-साथ जो मजदूरी की प्रचलित दरों से कुछ कम मजदूरी है वे लोग भी बेरोजगारी की सूची में आ जाते हैं। जिसकी सम्पन्नता के कारण काम करने में रुचि नहीं अथवा जो निर्धन होते हुए भी काम के स्थान पर दूसरों पर आश्रित या बोझ बने रहते हैं, वे भी बेरोजगार कहलाते हैं। हमें बेरोजगारी की अवधारणा को केवल कार्यशील जनसंख्या तक ही सीमित रखना होगा।