दिवाली पर हिंदी निबंध | Diwali Essay in Hindi

 

दिवाली पर हिंदी निबंध | Diwali Essay in Hindi


 नमस्कार  दोस्तों आज हम दिवाली इस विषय पर हिंदी निबंध जानेंगे। किसी राष्ट्र के त्यौहार उसके सांस्कृतिक जीवन को प्रतिबिम्बित करते हैं। त्यौहार बहुत ही आनन्द के दिन होते हैं। कभी-कभी इनके पीछे धार्मिक महत्त्व होते हैं। कुछ त्यौहार मौसमी होते हैं। 


दीपावली का त्यौहार श्री रामचन्द्र के चौदह वर्षों के वनवास से वापस आने की खुशी में मनाया जाता है। यह किसानों के लिए महत्त्वपूर्ण मौसमी त्यौहार है। वे उस समय गेहूँ की फसल की बोआई के परिश्रम से मुक्त होते हैं।


यह त्यौहार मकानों के मरम्मत के लिए भी प्रसिद्ध है। दीपावली के कुछ दिन पहले से लोग अपने घरों की आवश्यक मरम्मत कराते हैं। वे उसकी सफाई और सफेदी कराते हैं


और घर को सही अवस्था में लाते हैं। इस मौके पर लोग अपने घरों को धार्मिक और राष्ट्रीय नेताओं की तस्वीरों से सजाते हैं। इस त्यौहार के लिए मिठाई वाले, खिलौने बनाने वाले तथा पटाखे बनाने वाले विशेष तैयारी करते हैं।


यह दिन बहुत ही आडम्बर और दिखावे के साथ मनाया जाता है। लोग मन्दिरों में पूजा करने के लिए जाते हैं और अपने बच्चों के लिए तरह-तरह की मिठाइयाँ खरीदते हैं। 


सभी लोग एक-दूसरे को मिठाइयाँ या उपहार बाँटते हैं। पटाखों और आतिशबाजी के व्यापारियों का उस दिन का धन्धा बहुत ही अच्छा होता है। इस दिन मोमबत्तियों की बहुत माँग होती है। लोग इस दिन नए बर्तन खरीदते हैं। वास्तव में पूरा दिन खुशियों में गुजर जाता है।


दीपावली की रात बहुत ही रंगीन होती है। दुकानों और घरों के ऊपर मोमबत्तियों की कतार प्रदीप्त होती है। बिजली के बल्बों से रात और भी सुन्दर लगती है। बच्चे पटाखे छोड़ने में व्यस्त होते हैं। कभी-कभी ये पटाखे बहुत ही खतरनाक साबित होते हैं। 


दीपावली की रात में लोग भगवती लक्ष्मी की उपासना करते हैं। लोगों की यह धारणा है कि वे उनको आशीर्वाद देंगी जिससे उनका अगला साल बहुत खुशहाल होगा। 


यह बहुत ही खूबसूरत त्योहार है किन्तु इसका एक धुंधला पहलू भी है-यह है जुआ खेलना। इस विनाशकारी मनोरंजन से बहुत से लोगों का सर्वनाश हो जाता है। हमें इस दुष्कर्म से दूर रहना चाहिए। दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।