वृक्ष हमारे मित्र" पर हिंदी निबंध | Essay On vruksha Hamare Mitra In Hindi

 

वृक्ष हमारे मित्र" पर हिंदी निबंध | Essay On  vruksha Hamare Mitra In Hindi 


नमस्कार  दोस्तों आज हम वृक्ष हमारे मित्र" इस विषय पर हिंदी निबंध जानेंगे। मानव और वृक्षों का सदा साथ रहा है। आदि मानव वनों में वृक्षों के आश्रय में ही रहता था। हमारे ऋषि-मुनि भी वनों में रहकर ही तप करते थे। उनका जीवन पूरी तरह वृक्षों पर ही निर्भर था। 


वृक्ष मनुष्य को तरह-तरह के स्वादिष्ट फल देते हैं। वे रंग-बिरंगे फूल भी देते हैं। फूलों से हार बनते हैं। हरे पत्तों और फूलों से तोरण बनाए जाते हैं। जड़, छाल, पत्ते दवा बनाने के काम आते हैं। नीम के पेड़ को तो वैद्य ही कहा जाता है। नीम और बबूल के दातून दाँतों को साफ करते और उन्हें मजबूत भी बनाते हैं। 


नारियल के फल के कई उपयोग हैं। नारियल का तेल बालों के लिए उत्तम माना जाता है। वृक्ष सदा मनुष्य का उपकार ही करते रहे हैं। उनसे मनुष्य को घर बनाने की लकड़ी मिलती है। फर्नीचर भी लकड़ी से बनता है। लकड़ी से हल और नाव बनाई जाती है। बैलगाड़ी बनाने में लकड़ी का उपयोग किया जाता है। 


वृक्षों के कारण वायुमंडल शुद्ध बनता है। वे वायु प्रदूषण की रोकथाम करते हैं। वक्षों द्वारा छोड़ी हुई प्राणवायु लेकर ही हम जीवित रहते हैं। वृक्षों की हरियाली हमारे जीवन को हरा-भरा बनाए रखती है। वैशाख-जेठ की तपती दोपहरी में वृक्षों की शीतल छाया लोगों को बड़ा सुख देती है।


इस प्रकार हम पर वृक्षों के अनंत उपकार हैं। वृक्ष हमारे लिए अपने जीवन का बलिदान कर देते हैं। सचमुच, वृक्ष हमारे सच्चे मित्र हैं। दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।