भारतीय गाँव पर हिंदी निबंध | Essay on Indian Village in Hindi

 

 भारतीय गाँव पर हिंदी निबंध | Essay on Indian Village in Hindi

नमस्कार  दोस्तों आज हम भारतीय गाँव इस विषय पर हिंदी निबंध जानेंगे। मेरे गाँव का नाम छतेरा है। यह दिल्ली से 30 किलोमीटर दूर स्थित है। यह एक आदर्श गाँव है जिसे विदेशी भी देखने आते हैं। इसलिए हमारी सरकार ने इस गाँव का सौन्दर्गीकरण करने और ग्रामवासियों को सभी सुविधाएँ उपलब्ध कराने की कोशिश की है। 


सरकार यह कोशिश कर रही है कि इन ग्रामवासियों को वे सभी सुविधायें उपलब्ध कराई जाएं जो महानगरों में उपलब्ध हैं। अन्य भारतीय गाँव जो अविकसित हैं, उनकी तुलना में यह गाँव बहुत ही विकसित है। छतेरा आदर्श गाँव के साथ विकास के क्रियाकलापों का केन्द्र है। 


यहाँ मुख्य रूप से स्वास्थ्य और सफाई पर ध्यान दिया जाता है। अस्पताल और शिशु कल्याण केन्द्र की स्थापना की जा रही है और योग्य डाक्टरों को कार्य में लगाया जा रहा है। यहाँ छुआछूत की बीमारी जैसे प्लेग और हैजा के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था है।


ग्रामवासियों के लिए अच्छी सड़क का होना आवश्यक है। इसलिए हमारे गाँव में अच्छी सड़क का निर्माण किया जा रहा है जो इस गाँव को दिल्ली से जोड़ेगी। नालियों की व्यवस्था भी बहुत अच्छी है, इसलिए ग्रामवासी रोगों से मुक्त हैं। यहाँ कुछ छोटी सड़कें भी हैं जो इसे अन्य गाँवों से जोड़ती हैं। 


यहाँ एक मुख्य सड़क है जिससे सामानों को आसानी से बाजार तक पहुँचाया जा सके। यहाँ तीन-चार प्राथमिक विद्यालय छोटे बच्चों के लिए हैं और दो उच्चतम माध्यमिक विद्यालय-एक लड़कों और एक लड़कियों के लिए हैं।


यहाँ एक रात्रि पाठशाला श्रमिकों और मजदूरों के लिए है, जो शाम छह बजे से आठ बजे तक मुफ्त शिक्षा ग्रहण करते हैं। यहाँ इन्हें लिखना, पढ़ना और अंकगणित की शिक्षा दी जाती है। कृषि बैंक और सहकारी समितियाँ भी हमारे गाँव में स्थापित की जा रही हैं, जिससे लोगों को लाभ पहुंचाया जा सके । 


यहाँ प्रखण्ड विकास पदाधिकारी का कार्यालय है। किसान उनके पास जाकर उनसे अपनी समस्याओं का समाधान करवाते हैं। वे ट्रैक्टरों और पानी के पम्पों के लिए ऋण की व्यवस्था कराते हैं। इसके अलावा एक रेडियो सेट और टेलीविजन भी पंचायत घर में है, जहाँ लोग शाम को जमा होते हैं और देश-विदेश के समाचारों से अवगत होते हैं।


डाक कार्यालय और बीज गोदाम खुलने से लोगों को बहुत मदद मिल रही है। पंचायत घर में ही लोगों की आपसी समस्याओं का फैसला होता है और उन्हें खेती की आधुनिक विधि से अवगत कराया जाता है।


मेरे गांव की यह विशेषता है कि सरकार इसके बहुमुखी विकास के लिए अत्यधिक उत्साह दिखा रही है। सरकार इस गाँव को अमरीकी गाँवों की तरह आदर्श गाँव बनाना चाहती है, जिससे कि जब विदेशी लोग इस गाँव में आएँ तो उन्हें पता चले कि स्वतन्त्रता के बाद भारतीय गाँवों की कितनी तरक्की हुई हैं। 


किन्तु हमें तब तक सन्तुष्ट नहीं होना चाहिए, जब तक कि भारत के सारे गाँव मेरे गाँव की तरह ही विकसित न हो जाएं। सिर्फ तभी हमें भारत की भूमि स्वर्ग जैसी लगेगी। दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।