मेले का दृश्य हिंदी निबंध | Essay on Mela in Hindi

 

मेले का दृश्य हिंदी निबंध | Essay on Mela in Hindi

नमस्कार  दोस्तों आज हम मेले का दृश्य इस विषय पर हिंदी निबंध जानेंगे। नाताल की छुट्टियाँ थीं। मैं अपनी मौसी के गाँव गया था। उन दिनों गाँव के पास एक बड़ा मेला लगा हुआ था। एक दिन मैं मौसी के साथ मेला देखने गया। गाँव का मेला देखने का यह मेरा पहला अवसर था।


गाँव से दूर भवानी माता का मंदिर है। उन्हीं के नाम से यह मेला ' भवानी मेला' के नाम से प्रसिद्ध है। आसपास के गाँवों के लोग पैदल, बैलगाड़ियों या ताँगों में बैठकर मेले में आ रहे थे।


मेला बहुत बड़ा था। मेले में चारों तरफ दुकानें-ही-दुकानें नजर आ रही थीं। कपड़ों की दुकानों पर लोगों की भीड़ थी। चूड़ियों की दुकानों पर महिलाओं का जमघट लगा हुआ था। खिलौनों की दुकानें बच्चों का मन ललचा रही थीं। मौसीजी ने मेरे लिए एक बल्ला और गेंद खरीदा। 


इससे मुझे बहुत खुशी हुई। बर्तनों की दुकानों पर लोग मोल-भाव कर रहे थे। एक बड़ी दुकान में रेडिओ, टेलिविजन सेट और घड़ियाँ बिक रही थीं। किताबों की दुकानों में अधिकतर धार्मिक पुस्तकें दिखाई देती थीं। मेले में वस्तुओं के अलावा गाय, भैंस, बैल, घोड़े तथा कुत्ते भी बिक रहे थे। 


कुछ लोग पिंजरों में बंद तोते और बुलबुलें भी बेच रहे थे। मेले में खाने-पीने की चीजों के स्टाल लगे हुए थे। इन स्टालों पर चाट, पानी-पूड़ी, भेल-पूड़ी आदि खाद्यपदार्थ बिक रहे थे। कचौड़ी, समोसा और आलू-बड़ा के स्टालों पर बड़ी भीड़ थी। वहाँ मिठाइयों तथा नमकीन चीजों की भी कुछ दुकानें थीं।


मेले में मनोरंजन के कई साधन भी थे। हमने मेरी-गो-राउंड का मजा लिया। मेले में सभी ओर आनंद और उल्लास का वातावरण था। वहाँ हमने एक होटल में नाश्ता किया और शाम होने के पहले ही हम खुशी-खुशी घर लौट आए।दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।