यदि मैं डॉक्टर होता निबंध | If I Were A Doctor Essay In Hindi

 

यदि मैं डॉक्टर होता निबंध | If I Were A Doctor Essay In Hindi

नमस्कार  दोस्तों आज हम  यदि मैं डॉक्टर होता इस विषय पर हिंदी निबंध जानेंगे। हमारे जीवन में डॉक्टर का बहुत महत्त्व है। डॉक्टर हमारे समाज का सबसे बड़ा सेवक है। इलाज के नए-नए चमत्कारों ने मुझ पर गहरा असर डाला है। कभी-कभी सोचता हूँ कि यदि मैं भी डॉक्टर होता तो...!


यदि मैं डॉक्टर होता, तो अपना दवाखाना मैं गरीबों के मोहल्ले में खोलता। मैं अपने दवाखाने में मरीजों का अच्छे से अच्छा इलाज करता। मरीजों के रोगों की जाँच-पड़ताल करने में बहुत सावधानी बरतता। आज डॉक्टरी के क्षेत्र में नए-नए आविष्कार हो रहे हैं। 


मैं हमेशा उनकी जानकारी प्राप्त करता। इससे मुझे मरीजों की बेहतर सेवा करने का मौका मिलता। उनका इलाज करने में मैं अपने ज्ञान, अनुभव और कुशलता का भरपूर उपयोग करता। मेरे दवाखाने में अमीर-गरीब सब के साथ एक जैसा व्यवहार किया जाता।


डॉक्टरी का पेशा मेरे लिए केवल धन कमाने का साधन न होता। मैं ऐसा डॉक्टर कभी नहीं बनता, जिसे मरीज के दु:ख-दर्द से ज्यादा अपनी फीस की चिंता रहती है। मेरे विचार से डॉक्टर को जनता का सच्चा सेवक होना चाहिए। उसे धन कमाने के लालच में मरीजों की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। 


धन के पीछे भागनेवाला व्यक्ति कभी सच्चा डॉक्टर नहीं बन सकता। डॉक्टरी के पेशे में सेवा की भावना प्रमुख होनी चाहिए। अगर मैं डॉक्टर होता, तो इसी भावना से मरीजों का इलाज करता।


आज गाँवों में डॉक्टरों की बहुत कमी है। डिग्रीधारी डॉक्टर तो गाँवों में बहुत ही कम होते हैं। इसलिए कई मरीज सही इलाज के अभाव में मर जाते हैं। यदि मैं डॉक्टर होता, तो समय-समय पर गाँवों में चिकित्सा-शिबिर लगाता। वहाँ मैं गरीबों का मुफ्त उपचार करता। मैं अपने साथ सेवाभावी डॉक्टरों का एक दल ले जाता। वे भिन्न-भिन्न रोगों से


पीडित मरीजों की सही जाँच करते और उन्हें मुफ्त दवाएँ देते। कराहते हुए मरीज जब हमारे शिबिर से भले-चंगे होकर हँसते-मुस्कराते हुए जाते, तो मुझे अपार खुशी होती। इस प्रकार यदि मैं डॉक्टर होता, तो आजकल के धन के लोभी डॉक्टरों के सामने एक आदर्श रखता। उन्हें सेवाभावी बनने की प्रेरणा देता। दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।