भारतीय संस्कृति पर निबंध | Indian Culture Essay in Hindi
नमस्कार दोस्तों आज हम भारतीय संस्कृति इस विषय पर निबंध जानेंगे। किसी भी जाति की सभ्यता के भीतरी भाग में बहने वाली धारा को संस्कति कहा जाता है। प्रत्येक जाति की अपनी संस्कृति होती है। भारतीय संस्कृति अपनी प्राचीनता के साथ-साथ अपने जीवनादर्शों के लिए भी प्रसिद्ध है।
इस संस्कृति में कुछ ऐसी विशेषताएँ हैं जिन्होंने इसे अजर-अमर बना दिया है। इस में आत्मा को प्रमुखता प्रदान की गई है। इस संस्कृति में देह और मन की शुद्धि अत्यन्त आवश्यक है। भारतीय संस्कृति की प्रमुख विशेषता समन्वय की भावना है।
अनेकता में एकता का सन्देश इसी संस्कृति की महत्त्वपूर्ण देन है। मानवतावाद का सन्देश इसकी अन्य विशेषता है। इसका मूल सिद्धान्त है 'जियो और जीने दो'। परोपकार, क्षमता, यश, अहिंसा, सहनशीलता, उदारता आदि मानवीय गुणों की देन भी भारतीय संस्कृति की ही है।
भारतीय संस्कृति के अनुसार आनन्द ब्रह्म है और ब्रह्म ही चिर सत्य है। इस के अनुसार मनुष्य पितृ-ऋण, देव-ऋण व ऋषि-ऋण को लेकर इस संसार में पदार्पण करता है तथा वह इन ऋणों का पाठ भी पढ़ाती है।
यह चमक-दमक से दूर रह कर 'सादा जीवन व उच्च विचार' का पाठ पढ़ाती है। आज के बढ़ते हुए भौतिकवाद के युग में स्वार्थ की भावना चरम सीमा पर पहुँच गई है तथा विश्व में चारों ओर अशान्ति ही अशान्ति है।
संसार पतन के कगार पर खड़ा है! संसार को इस भयानक स्थिति से उबारने वाला एक मात्र साधन भारतीय संस्कृति ही है क्योंकि यह विश्व शान्ति का सन्देश देती है। दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।