विज्ञान के चमत्कार पर हिंदी निबंध | magic of science Essay in Hindi

 

 विज्ञान के चमत्कार पर हिंदी निबंध | magic of science Essay in Hindi 

नमस्कार  दोस्तों आज हम  विज्ञान के चमत्कार इस विषय पर निबंध जानेंगे।इस लेख मे कुल २ निबंध दिये गये हे जिन्‍हे आप एक -एक करके पढ सकते हे । विज्ञान के चमत्कार..... आज का युग विज्ञान के आविष्कारों का युग है। विज्ञान की प्रगति ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र को प्रभावित किया है; उसे बदल-सा दिया है। कृषि, उद्योग, औषधि, शिक्षा आदि क्षेत्रों में नित नई खोज निकाली जा रही है। 


विज्ञान के कारण मनुष्य को अनेक दुर्लभ सिद्धियाँ प्राप्त हुई हैं। मनुष्य जीवन के लिए वह एक बडे वरदान के रूप में सिद्ध हुआ है।पुराने मनुष्य की तुलना में आज का मनुष्य अनेक दृष्टि से सुखी बना हुआ है। इसमें विज्ञान का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। 


मानव-जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में एक सेवक की भाँति विज्ञान सेवारत है। हमारे घर, खेत, उद्योग, कल-कारखाने, शिक्षा क्षेत्र, मनोरंजन, जानकारी सर्वत्र विज्ञान हमारी सहायता करता है। कल तक जो सुख-सुविधाएँ समाज के उच्च वर्ग तक ही सीमित थी, आज उन सारी सुख-सुविधाओं को साधारण जनता तक पहुँचाने का श्रेय विज्ञान को ही है।


इसलिए विज्ञान को मनुष्य जाति का सबसे बडा मित्र माना जाता है। विज्ञान की एक बहुत बडी सिद्धी है-बिजली। इसके कारण हमें रात के समय रोशनी मिलती है। कारखाने चलते हैं। गर्मी से राहत मिलती है। रेडिओ, दूरदर्शन, सिनेमा आदि विज्ञान के अभूतपूर्व आविष्कार है। इनसे मनोरंजन के साथ महत्त्वपूर्ण जानकारी भी मिलती है।


चिकित्सा या औषधि के क्षेत्र में विज्ञान की सीमाएँ दिन दूनी रात चौगुनी बढती जा रही है। शल्यचिकित्सा ने आशातीत सफलता प्राप्त की है। चिकित्सा क्षेत्र में अनेक आविष्कारों से मनुष्य को कई भयानक रोगों से मुक्ति मिली है। अनेक संक्रामक रोगों पर मनुष्य ने विजय पा लिया है। प्लास्टिक सर्जरी विकलांगों को सुंदर अंग दे रही है तथा कुरूपों को रूपवान बना रही है। आज ऐसे कम ही रोग बचे हैं, जो असाध्य हैं। 


कृषि के क्षेत्र में भी विज्ञान ने क्रांति की है। युरोप और अमरिका जैसे विकसित देश अब कृषि के लिए प्रकृति पर निर्भर नहीं हैं। पशुओं द्वारा हल चलाना तो किसी बीते युग की बात हो गई है। ट्रैक्टर एवं अन्य मशीनों ने अपना आधिपत्य जमा लिया है। 


नए-नए प्रकार के बीज, रासायनिक खाद, जलसिंचन, ट्रैक्टर जैसी मशीनें, हल आदि विज्ञान के कृषि विषयक आविष्कारों से अनाज के उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। रेल, हवाई जहाज, मोटार आदि यातायात के साधनों ने विश्व को एकदम छोटा बना दिया है। 


सैंकडों मील की यात्रा हम आराम से कुछ ही समय में तय कर सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी विज्ञान की देन क्रांतिकारी सिद्ध हुई है। कम्प्युटर, व्हिडीओ, दूरदर्शन जैसे साधनों द्वारा घर बैठे शिक्षा प्राप्त करने के अवसर प्राप्त हुए हैं। स्कूल या कॉलेज में जाने की अब जरूरत नहीं है। 


रसोई घर में गृहिणी के लिए, बिजली की सहायता से बनाये गए अनेक उपकरण एक वरदान सिद्ध हुआ है। हमारे घटिया से घटिया काम विज्ञान की सहायता से किए जा सकते हैं। इन कामों के लिए पसीना बहाने या कमरतोड मेहनत करने की अब जरूरत नहीं पड़ती।


अब कहाँ तक विज्ञान के गुण गाएँ जाए? लेकिन विज्ञान ने जहाँ हमारे लिए सुख-शांति के साधन दिए हैं, वहाँ उसके द्वारा ऐसी वस्तुएँ भी मिली है जिनसे संसार का विनाश हो सकता है। विज्ञान की उपलब्धियाँ कल्याणकारिणी भी हैं, तथा विनाशकारिणी भी। 


अणुबम, तोपें, टैंक, आदि सब विज्ञान की ही देन है। विज्ञान का प्रयोग, मनुष्य केवल मानव-कल्याण के लिए करें, तो इसमें संदेह नहीं कि विज्ञान मानव के लिए ईश्वर की ओर से एक अपूर्व देन है।दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए । और आगे दिया हुआ दूसरा निबंध पढ़ना मत भूलियेगा धन्यवाद  ।


निबंध 2

 विज्ञान के चमत्कार पर हिंदी निबंध | magic of science Essay in Hindi 



यह विज्ञान का युग है। आज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान का बोलबाला है। बहुत समय लगता था। आज विज्ञान के कारण रेलों द्वारा कम समय में ही लंबी दूरी तय कर ली जाती है । वायुयान तो यात्रियों को देखते-ही-देखते उनकी मंजिल पर पहुँचा देते हैं। 


मोटरें आदि यात्रा के सुगम और तेजगतिवाले वाहन विज्ञान के कारण ही उपलब्ध हुए हैं। स्टीमरों ने जलयात्रा को भी सुगम बना दिया है। संचार-सुविधाओं में तो विज्ञान ने कमाल ही कर दिया है । टेलिफोन और तार तो थे ही, 



अब तो कम्प्यूटर भी अपनी करामात दिखा रहा है। उसके कारण फैक्स और इ-मेल जैसी गतिशील सेवाएँ शुरू हो गई हैं। अब तो सेल्यूलर फोन का उपयोग भी होने लगा है। बिजली के आविष्कार ने दुनिया का चेहरा ही बदल दिया है। बिजली के बल्ब रात के घनघोर अँधेरे को भी दिन जैसी रोशनी में बदल देते हैं। 


क्रिकेट के अंतरराष्ट्रीय मैच रात को बिजली की दूधिया रोशनी में खेले जाते हैं। बिजली से चलनेवाले पंखे, चूल्हे, टी. वी. संगणक (कम्प्यूटर) आदि साधनों ने हमें कई प्रकार की सुविधाएँ दी हैं। विज्ञान के ही फलस्वरूप आज बड़े-बड़े रोगों का इलाज संभव हो सका है।


सचमुच, विज्ञान के आविष्कारों ने दुनिया को नया जीवन दिया है। यह दुःख की बात है कि मनुष्य विज्ञान का दुरुपयोग कर रहा है। उसने विज्ञान की सहायता से भयानक और घातक शस्त्र बनाए हैं। इन शस्त्रों ने मानवजाति के लिए खतरा पैदा कर दिया है। फिर भी, विज्ञान के चमत्कारों को तो नमस्कार करना ही पड़ेगा। दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।