मेरे प्रिय शिक्षक निबंध | My Favorite Teacher essay in Hindi
नमस्कार दोस्तों आज हम मेरे प्रिय शिक्षक इस विषय पर निबंध जानेंगे। मेरे विद्यालय में अनेक विद्वान शिक्षक हैं। मेरे दिल में सबके प्रति बहुत आदर है। फिर भी मेरे प्रिय शिक्षक तो श्री शोभारामजी पाठक ही हैं।
पाठकजी की उम्र लगभग पैंतालीस वर्ष की होगी। उनका रंग गोरा और चेहरा रोबदार है। सफेद कुर्ता और पायजामा उनकी प्रिय पोशाक है। उनकी आवाज मीठी और प्रभावशाली है। उनका स्वास्थ्य अच्छा है।
पाठकजी बड़े हँसमुख आदमी हैं। वे शांत और सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं। उनके मुख पर सदा प्रसन्नता झलकती रहती है। अनुशासन पर वे बहुत जोर देते हैं। अविनय या आलस्य उनसे बर्दाश्त नहीं होता।
पाठकजी हमें हिंदी पढ़ाते हैं। वे हमें बहुत प्रेम से पढ़ाते हैं। वे विषय की गहराई तक पहुँचते हैं। वे कठिन पाठ या कविता को भी आसान बना देते हैं। वे भाषा में व्याकरण की शुद्धता को बहुत महत्त्व देते हैं। पढ़ाते-पढ़ाते वे चुटकुले भी सुनाते रहते हैं।
पाठकजी हम सबसे बहुत स्नेहपूर्ण व्यवहार करते हैं। वे गरीब विद्यार्थियों की कठिनाइयाँ समझते हैं और उनकी मदद करते हैं। पढ़ाई में कमजोर छात्रों की ओर वे विशेष ध्यान देते हैं। पाठकजी अच्छे कवि और गायक भी हैं।
वे नाटक, चर्चा-गोष्ठी, चित्र-स्पर्धा, निबंध-प्रतियोगिता आदि इतर प्रवृत्तियों में छात्रों का मार्गदर्शन करते हैं।सचमुच, पाठकजी हमारे विद्यालय के एक आदर्श शिक्षक हैं। दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।