प्लेग-एक जानलेवा बीमारी हिंदी निबंध | PLAGUE AK JANLEVA BEEMARI ESSAY IN HINDI
नमस्कार दोस्तों आज हम प्लेग-एक जानलेवा बीमारी इस विषय पर हिंदी निबंध जानेंगे। प्लेग एक भयंकर बीमारी है। यह बीमारी महामारी के रूप में फैलती है। समय पर इलाज न होने पर इसके मरीज देखते-ही-देखते दुनिया से चल बसते हैं।
प्लेग के कीटाणु बहुत सूक्ष्म होते हैं। ये कीटाणु जंगली चूहों के शरीर के बालों में रहनेवाले पिस्सुओं में पाए जाते हैं। पिस्सू प्रायः जंगली चूहों के शरीर पर रहते हैं। कभी-कभी बस्ती के चूहे इन जंगली चूहों के संपर्क में आते हैं। तब प्लेग के कीटाणु जंगली चूहों के पिस्सुओं द्वारा बस्ती के चूहों के शरीर में प्रवेश करते हैं।
बाद में चूहे भी प्लेगग्रस्त हो जाते हैं और मरने लगते हैं। प्लेगग्रस्त चूहों के मरने पर इनके शरीर के कीटाणु हवा में फैलते हैं। इनके काटने पर मनुष्य भी प्लेग का शिकार हो जाते हैं।
' प्लेग के कीटाणु जब मनुष्य के शरीर में प्रवेश करते हैं तब उसे जोर का बुखार आता है। पिस्सू व्यक्ति के पैर में काटते हैं तो जाँघ में, हाथ में काटते हैं तो बगल में और चेहरे पर काटते हैं तो गरदन में गाँठ निकलती है।
रोगी जल्द ही मरणासन्न हो जाते हैं प्लेग की महामारी हाहाकार मचा देती है। यह देखते-ही-देखते दूर-दूर तक फैल जाती है। गाँव के गाँव इसकी चपेट में आ जाते हैं। अस्पतालों में प्लेग के रोगियों का तांता लग जाता है।
इस बीमारी पर अब काफी हद तक काबू पा लिया गया है। इस बीमारी को रोकने के लिए टीके लगाए जाते हैं। अब अन्य गुणकारी दवाइयाँ भी मिलने लगी हैं। इलाज के साथ साफ-सफाई पर ध्यान देना भी बहुत जरूरी होता है।
मरे हुए चूहे पर मिट्टी का तेल डालकर उसे जला देना चाहिए। हमें पलंग पर सोना चाहिए और शरीर को कपड़ों से अच्छी तरह ढक कर रखना चाहिए। प्लेग जैसी भयानक बीमारियाँ बस्ती में न फैलें इसका हमें पूरा-पूरा ध्यान रखना चाहिए। दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।