टेलीफोन से लाभ-हानि हिंदी निबंध | TELIPHONE SE LABH HANI NIBANDH
नमस्कार दोस्तों आज हम टेलीफोन से लाभ-हानि इस विषय पर हिंदी निबंध जानेंगे। आधुनिक युग में विज्ञान के तरह-तरह के आविष्कार हुए हैं। उनमें से टेलीफोन एक महत्त्वपूर्ण आविष्कार है। टेलिफोन का आविष्कार अलेक्जेंडर ग्रॅहम बेल ने किया था। वे अमेरिका के रहनेवाले थे।
टेलीफोन के कारण एक-दूसरे से संपर्क करने में बहुत आसानी होती है। व्यापारी अपनी दुकान या कार्यालय में बैठे-बैठे दूर-दराज के व्यापारियों से टेलीफोन पर बात कर सकते हैं। इससे समय और मेहनत की बचत होती है। नंबर मिलाते ही मिनटों में बात हो जाती है।
सैकड़ों हजारों किलोमीटर दूर रहनेवाले व्यक्तियों से भी एस. टी. डी. (ट्रंक काल) द्वारा आसानी से बातचीत की जा सकती है। विदेश-संचार सेवा के माध्यम से विदेशों में रहनेवाले व्यक्तियों से तुरंत संपर्क साधा जा सकता है।
व्यक्तिगत जीवन में भी टेलीफोन बहुत काम का है। इसकी मदद से हम अपने मित्रों और संबंधियों का हालचाल मिनटों में जान सकते हैं। इस प्रकार टेलीफोन एक-दूसरे को स्नेह के सूत्रों में जोड़कर रखने का काम करता है।इसके अलावा टेलीफोन में और भी कई गुण हैं।
इसके द्वारा हम अपने उस दुश्मन से भी बात कर सकते हैं, जिससे आमने-सामने बात नहीं करना चाहते। टेलीफोन पर कोई भी बात खुलकर कही जा सकती है। कभी-कभी कुछ लोग जब ऊब जाते हैं, तो ताजगी के लिए टेलीफोन का ही सहारा लेते हैं। अपने मित्रों या रिश्तेदारों से गपशप करके मिनटों में हम अपना बोझ हल्का कर सकते हैं।
लेकिन टेलीफोन कभी-कभी मुसीबत भी बन जाता है। पड़ोसी मुफ्त में फोन करने आ जाते हैं। पड़ोसियों के फोन आने पर उन्हें बुलाने जाना पड़ता है। कभी-कभी तो अपने से ज्यादा दूसरों के ही फोन आते रहते हैं। ऐसे समय बहुत खीज होती है।
कभी-कभी फोन पर गालियाँ भी सुननी पड़ती हैं। कभी हम जिनसे बात करने से बचना चाहते हैं, उससे फोन पर न चाहते हुए भी बात करनी पड़ती है। रात के समय टेलीफोन की घंटी बजने पर नींद खराब हो जाती है।
इतना सब कुछ होने पर भी, टेलीफोन आज के जीवन की अनिवार्य आवश्यकता बन गया है। इसके कारण अनेक प्रकार की सुविधाएँ मिलती हैं। इतने उपयोगी आविष्कार के लिए हम इसके आविष्कारक को धन्यवाद दिए बिना नहीं रह सकते। दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।